सजदे में तेरे,अपने दिल से ,बस सर झुका लिया करता हूँ l तारीफ में तेरी ,दो लफ्ज़ ही सही,बस गुनगुना लिया करता हूँ l जब भी नवाज़ता है ,तू मुझे ,कोई नई परेशानी से ये खुदा ! कि आसमा देखता हूँ और बस, मुस्कुरा दिया करता हूँ l छोटे शायर Muskura diya karta hun