वो पास ना भी हुआ तो भी साथ रहता है कभी हमसाया बनकर साथ साथ चलता है बिना कहे ही जान लेता है वो ख़्वाहिशें सभी कभी हमारे लिए बनकर चराग़ जलता है हमें बचाता है वो धूप में साया बनकर हाँ वो पिता है जो नेमत सा हमें मिलता है...$$!! 🎀 Challenge-241 #collabwithकोराकाग़ज़ 💖 Happy Fathers Day 💖 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।