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वो एक अकेला काफी था जो अखंड भारत के लिए चला था

वो एक अकेला  काफी था जो अखंड भारत के लिए चला था

 पद का उसको मोह नही था ,कर्मवीर वो आने वाले भारत का था
बिखरे मोती सा भारत  उन्होंने एकता के धागे मे पिरोया था

कुछ टूट न जाये कुछ छूट न जाये भारत मां के आंचल से...
उस बेटे ने अपना कर्म और धर्म पूर्ण किया
एक नवोदित भारत का सूर्य उदित हुआ। ।
सरदार उनकी उपाधि है
लौह पुरुष  के नाम से विश्व पटल पर उनकी ख्याति है
योगिता अपना नमन आपके चरणो मे समर्पित  करती है

©Yogita Harne #SardarPatel
वो एक अकेला  काफी था जो अखंड भारत के लिए चला था

 पद का उसको मोह नही था ,कर्मवीर वो आने वाले भारत का था
बिखरे मोती सा भारत  उन्होंने एकता के धागे मे पिरोया था

कुछ टूट न जाये कुछ छूट न जाये भारत मां के आंचल से...
उस बेटे ने अपना कर्म और धर्म पूर्ण किया
एक नवोदित भारत का सूर्य उदित हुआ। ।
सरदार उनकी उपाधि है
लौह पुरुष  के नाम से विश्व पटल पर उनकी ख्याति है
योगिता अपना नमन आपके चरणो मे समर्पित  करती है

©Yogita Harne #SardarPatel
yogitaharne4457

Yogita Harne

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