सुख दुख लगा रहेगा साथी ज़िन्दगी है ये कभी ढलती कभी उभरती निराश होना कोई हल नहीं इस जीवन का निराशा में भी उम्मीद की किरण बाक़ी रहती है कहीं जहाँ दुख होगा सुख भी आएगा वहीं रात के बाद सुबह ज़रूर है आती घनघोर बादलों के पार सूरज की किरणें फिर भी हैं निकलती जीवन में भी कभी धूप कहीं छाया सदा हैं रहते समझ लिया जिसने ज़िन्दगी को जग रूपी भवसागर को पार कर गया फिर वो… सुप्रभात। सुख दुःख लगा रहेगा साथी, जीवन नहीं है आपा-धापी... #सुखदुःख #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi