करे प्रेम जो जीव से, मरण होय जीवंत । निर्जीवन से करे प्रेम तो, जीते जी हो अंत ।। ( स्व रचित ) #collabwithdeepakchandra ❤️🎶😊👌सुप्रभात☕ #YourQuoteAndMine Collaborating with Deepak Chandra Collaborating with Reema K Arora तिनका कबहूँ ना निंदिये, जो पाँव तले होय । कबहूँ उड़ आँखों मे पड़े, पीर घनेरी होय ।। -तिनका को भी छोटा नहीं समझना चाहिए चाहे वो आपके पाँव तले हीं क्यूँ न हो क्यूंकि यदि वह उड़कर आपकी आँखों में चला जाए तो बहुत तकलीफ देता है । Reema K Arora Collaborating with Deepak Chandra