Nojoto: Largest Storytelling Platform

घर जिसमें माँ-बाप रहते,  स्वजन सब हैं साथ रहते,  

घर जिसमें माँ-बाप रहते,
 स्वजन सब हैं साथ रहते,
  पर दरारें पड़ रही,
 और दीवारें बिछ रही।
 वक्त ज्यों-ज्यों टहल रहा,
 घर देखो कितना बदल रहा,
 सुनने को दादी की कहानियाँ नहीं,
 माँ देखें बच्चों की नादानियाँ नहीं

घर जिसमें माँ-बाप रहते,  स्वजन सब हैं साथ रहते,   पर दरारें पड़ रही,  और दीवारें बिछ रही।  वक्त ज्यों-ज्यों टहल रहा,  घर देखो कितना बदल रहा,  सुनने को दादी की कहानियाँ नहीं,  माँ देखें बच्चों की नादानियाँ नहीं #Nojoto #Home #kavishala

Views