चोरी करते समय हम कविता करते बहुत हैं केयर काले कवियों की कविता में मेरी बहुत है फेयर चारों ओर लूटपाट में मंचों की है, अब होड़ बड़ी ऐसी कविता पढ़ी जो हमने टूटे टेबल बहुत से चेयर ©Neeraj Neer #khayalipulaw