करता कहां खुद के गुनाहों से तौबा है आदमी, फिर बेतरतीब बारिशों का दोश बादलों के सर मढ़ता है आदमी चूस कर लहू बहुधा का रहेगा खुशहाल गफ़लतों में बेख़ौफ़ जो बैठा है आदमी, खुद ही नौच कर आंचल दरख्तों से सजा-धजा तपिश में जल रहा है आदमी। #allnojoto #darkhat #gunah #earth #nojotohindi #nojotoshayri #nojotoashq #nojotolove #nojotomajburiyan #nojotoshikayat #nojotoall #nojotoclub #nojotoishq #nojotosaban #nojotobarshat