मरीज़-ए-ग़म के सहारो कोई तो बात करो शकेब जलाली पूरी ग़ज़ल अनुशीर्षक में पढ़ें #NojotoQuote Hindi Ghazal हिंदी ग़ज़ल मरीज़-ए-ग़म के सहारो कोई तो बात करो उदास चाँद सितारो कोई तो बात करो कहाँ है डूब चुका अब तो डूबने वाला शिकस्ता-दिल से किनारो कोई तो बात करो