उसके होठों पर जब भी, हमारा नाम आ जाता है........ कसम खुदा की दिल को, काफ़ी आराम आ जाता है..... हमने तो उसके दर पर, जाना छोड़ रखा है यारों........ मगर वो रोज़ हमसे मिलने, सुबह-शाम आ जाता है......... जब सजती है महफ़िल, तमाम बड़े शायरों की............ हम पढ़ते हैं जब ग़ज़ल, तो उसका नाम आ जाता है..... और जब हवाएं बहती हैं, हमारे घर की दिशा में तो......... हमें घर में बैठे-बिठाए, उसका सलाम आ जाता है....... ©Poet Maddy उसके होठों पर जब भी, हमारा नाम आ जाता है........ #Lips#Name#Relaxation#Threshold#Visit#Gathering#Poets#Wind#Direction#Salute..............