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मां सुनो, मैं जा रहा हूँ। अपनी बड़ी मां जिसकी अस्मि

मां सुनो,
मैं जा रहा हूँ।
अपनी बड़ी मां
जिसकी अस्मिता
खतरे में हैं
उसको बचाने की ख़ातिर
 वापस आया तो
हमसब मिलकर
जीत का जश्न मनाएंगे
अगर नहीं लौटूं
तो तुम्हारी आंख 
रंज के आंसू से नहीं
बल्कि भारत मां की रक्षा में
शहीद हुए सिपाही के लिए
गर्व से पुरनम
होनी चाहिए
मां ! मैं जा रहा हूँ.....
 शतशत नमन कारगिल के अमर शहीदों। #kargilvijaydiwas  Sadaf Khan
मां सुनो,
मैं जा रहा हूँ।
अपनी बड़ी मां
जिसकी अस्मिता
खतरे में हैं
उसको बचाने की ख़ातिर
 वापस आया तो
हमसब मिलकर
जीत का जश्न मनाएंगे
अगर नहीं लौटूं
तो तुम्हारी आंख 
रंज के आंसू से नहीं
बल्कि भारत मां की रक्षा में
शहीद हुए सिपाही के लिए
गर्व से पुरनम
होनी चाहिए
मां ! मैं जा रहा हूँ.....
 शतशत नमन कारगिल के अमर शहीदों। #kargilvijaydiwas  Sadaf Khan