देख़ तेरे रूप को , रब भी सरमाया होगा। आकाश का चंदा, आज धरती पर उत्तर आया।। 🌹कवि🌹 सत्यनारायण मेघवंशी (Adv.) ©SVPM Music Dekh Tere Rup Chanda Bhi Sarmaya Hoga