पहली बार मिले और सब धुआँ धुआँ हो गया हम तो प्यासे चले थे जानिब-ए-मंज़िल की ओर तुम्हें सोचा चारों तरफ़ कुआँ कुआँ हो गया तुम्हारा सामने आ जाना जैसे कोई जादू था जिसे छुआ और हो गया तुम बिल्कुल वैसी ही ख्वाबों की साक्षात् दर्शन हो जिसे देखा और वही हो गया -Kumar Pankaj पहली बार मिले.... #हालात #मंज़िल #impankaj