बे-हर्फ़ सी मोहब्बत के किस्से को, हर्फ़-दर-हर्फ़ मैं यहाँ लिख रहा हूँ कभी फुर्सत मिले बेजान किताबो से, तो मेरी किताब के इस किस्से को भी तुम.... पढ़ लेना.... सर्दी की सर्द रातो के तापमान को तुम्हारे घर के नीचे करे इंतज़ार को, मेरे हर राज़ को मैं यहाँ लिख रहा हूँ कभी फुर्सत मिले कम्बल में लिपटने से... तो मेरे उस इंतज़ार को भी तुम... पढ़ लेना... स्कूल डेस्क पर बने उस दिल में लिखे नाम को गली नंबर:07 की उस बेरंग सी दीवार को, मैं यहाँ लिख रहा हूँ... कभी फुर्सत मिले नज़रे झुका के चलने से, तो एक पल को नज़र उठा के उस दीवार पे.. हमारे नाम को भी तुम ...पढ़ लेना... बे-हर्फ़ सी मोहब्बत के किस्से को हर्फ़-दर-हर्फ़ मैं यहाँ लिख रहा हूँ जो फुर्सत मिले बेजान किताबो से तो मेरी किताब के इस किस्से को भी..तुम..😊😊 #moksha #nojoto #NSIT #poetry #love #relation #Moksha2018