कसक अब इन आँखों से छूट रहा है। दिल का रिश्ता भी अब टूट रहा है। कहते हो की अब हमे देख कर मुस्कुराती नहीं। मुस्कुराती तो हूँ पर अब सब से छुपाती हूँ। कसक :- ( #बेचैनी , #टीस , #पीड़ा ) #कसक बढ़ती जा रही है , इश्क रगों में #दौड़ रहा है ! मेरा मुझसे कुछ छूट रहा है, #दर्द दिल म #shivbhagatrawan Sadia Khan #YourQuoteAndMine Collaborating with