White अभी नज़र में ठहर ध्यान से उतर के न जा इस एक आन में सब कुछ तबाह कर के न जा मुझे हिजाब नहीं बोसा-ए-जुदाई से मगर लबों के पियाले में प्यास भर के न जा मिरे ख़याल में तेरा कोई जवाज़ नहीं ख़ुदा की तरह मिरी ज़ात में बिखर के न जा संभाल अपनी निगाहों में वापसी के सवाल मिरे जवाब के पिंदार से गुज़र के न जा हर एक रास्ता दीवार बन के हाइल है न जा कि दश्त नए सिलसिले हैं घर के न जा ©Jashvant #Good Morning friends