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DDLJ 2.0 Chapter 4: फिर मेरी याद शेष भाग👉 #hr_ddl

DDLJ 2.0
Chapter 4: फिर मेरी याद शेष भाग👉 #hr_ddlj
(पहले उन्हें पढ़े)

एक गार्डन की बेंच के दो कोनों पर दो लोग बैठे हुए हैं, एक लड़का और एक लड़की, बीच में एक से दो लोगों के बैठने की पर्याप्त जगह है। दोनों अपने सर को झुकाए जमीन की ओर देख रहे थे। जहां लड़के के चहरे पर एक बनावटी हंसी थी तो वहीं लड़की बिल्कुल बेजान सी बैठी कुछ सोच रही थी। 

लड़का:- राजेश्वरी....... 

इतने में एक आवाज़ सुनाई देती है, छुटकी..... कहां खोई हो? क्या कैब में ही रहने का इरादा है आज?
DDLJ 2.0
Chapter 4: फिर मेरी याद शेष भाग👉 #hr_ddlj
(पहले उन्हें पढ़े)

एक गार्डन की बेंच के दो कोनों पर दो लोग बैठे हुए हैं, एक लड़का और एक लड़की, बीच में एक से दो लोगों के बैठने की पर्याप्त जगह है। दोनों अपने सर को झुकाए जमीन की ओर देख रहे थे। जहां लड़के के चहरे पर एक बनावटी हंसी थी तो वहीं लड़की बिल्कुल बेजान सी बैठी कुछ सोच रही थी। 

लड़का:- राजेश्वरी....... 

इतने में एक आवाज़ सुनाई देती है, छुटकी..... कहां खोई हो? क्या कैब में ही रहने का इरादा है आज?