दो कौड़ी की राजनीति में एक सपना फ़िर भी पल रहा है अंधे हो गए हैं जाने कितने दिखता ही नहीं देश जल रहा है क्या बीजेपी क्या कॉंग्रेस क्या सपा और क्या कोमुनिस्ट जो आया बस लूट रहा है देश पीछे छूट रहा है अपराधी हर दल रहा है दो कौड़ी की राजनीति में एक सपना फ़िर भी पल रहा है वाड्रा को बोले जय शाह काहे नहीं टटोले लालू बन्द और अमित रिहा, क्या देखे राम नहीं हैं कोई सिया बस लुटेरों के चहरे बदले हैं बिल्कुल वैसा ही है आज, जैसा इसका कल रहा है दो कौड़ी की राजनीति में एक सपना फ़िर भी पल रहा है #दोकौड़ी_की_राजनीति #दोटूक