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एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से बछड़ा- माँ अब तो हमार

एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से

बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है ।
गाय - ऐसा क्यूं।
बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रह
 है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है ।
गाय - नही बेटा ये हमे मुर्तियो मे ज्यादा भगवान
 मानते है , और तब भी जब इन्हे लड़ना हो आपस
 मे ,ये लोग हमारे लिये नही खुदके फायदे के लिये
 लड़ते है ।
बछड़ा - नही माँ इस बार कुछ अलग हो रहा है ये
 सच मे हमे भगवान मान रहे  अब..... वो देखो
 माँ "गौ रक्षा" वाले लोग आ रहे है...
तभी रास्ते मे खड़ी गायों को गाड़ी से उतर कर
 हांकते हुये डंडे से मारकर वो लोग आगे नारे
 लगाते हुये चल दिये...
गाय - देखा ना बेटा , "ये लोग मंदिरो मे हमारे लिये
 जगह बना रहे है काश थोड़ी जगह दिल मे भी
 बना लेते"...
इतना कह कर गाय अपने बछड़े को लेकर
 कूड़ेदान की तरफ चल पड़ी शायद कुछ खाने को
 मिल जाये.... एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से

बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है ।

गाय - ऐसा क्यूं।

बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रहे है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है ।
एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से

बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है ।
गाय - ऐसा क्यूं।
बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रह
 है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है ।
गाय - नही बेटा ये हमे मुर्तियो मे ज्यादा भगवान
 मानते है , और तब भी जब इन्हे लड़ना हो आपस
 मे ,ये लोग हमारे लिये नही खुदके फायदे के लिये
 लड़ते है ।
बछड़ा - नही माँ इस बार कुछ अलग हो रहा है ये
 सच मे हमे भगवान मान रहे  अब..... वो देखो
 माँ "गौ रक्षा" वाले लोग आ रहे है...
तभी रास्ते मे खड़ी गायों को गाड़ी से उतर कर
 हांकते हुये डंडे से मारकर वो लोग आगे नारे
 लगाते हुये चल दिये...
गाय - देखा ना बेटा , "ये लोग मंदिरो मे हमारे लिये
 जगह बना रहे है काश थोड़ी जगह दिल मे भी
 बना लेते"...
इतना कह कर गाय अपने बछड़े को लेकर
 कूड़ेदान की तरफ चल पड़ी शायद कुछ खाने को
 मिल जाये.... एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से

बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है ।

गाय - ऐसा क्यूं।

बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रहे है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है ।