कुछ लिखूँ अगर मैं आज... होकर ज़रा तुमसे नाराज़, तो क्या पढोगे उसे हमराज़? उसी चाह से? उसी वाह से? या भूल के सब अंदाज़, सीने में दफ़न करके अलफ़ाज़, फिर एक दफा कर दोगे यूँही मुझे नज़रंदाज़? #अलफ़ाज़ #नाराज़ #alfaaz #naraaz #nazarandaaz #नज़रंदाज़ #yqquotes #yqbaba