पढ़ते पढ़ते तुम्हारी कतारें भी संभल जाती हैं, ये इंसान नहीं संभलते, इन्हें जितना पढ़ो, उलझनें बढ़ती चली जाती हैं। #इंसानी_फितरत #किताबें____