कन्या की इज्जत सिर्फ बचपन में ही नही. एक बेटी के रूप में,एक बहन के रूप में , एक पत्नी के रूप में,एक मां के रूप में , हर रूप में उनकी इज्जत करें.. तभी कन्या पूजन का सही मतलब बाहर आ पायेगा.. दुर्गा अष्टमी के दिन विशेष रूप से कन्या पूजन की प्रथा चली आ रही है। एक ओर जहां हम कन्याओं का पूजन करते हैं वहीं दूसरी ओर समाज में उन्हें समान अधिकार और सम्मान से वंचित भी रखा जाता है। इस विरोध की स्थिति में कन्या का पूजन कैसे हो। अपने विचार लिखें। Collab करें YQ DIDI के साथ। #दुर्गाअष्टमी #durgaashtami #yqdidi #कन्यापूजन