सुनों सफ़र को जब निकले है ये मेरा मन हवा संग-संग बहता फिरता घूमें ये कितने मिलते मोड़ उसको ,न जानें कितने रिश्तें-नाते पर घूमफिर कर ठहरे वो सिर्फ़ तुम पर ही आकर ... ©Pooja सुनों सफ़र को जब निकले है ये मेरा मन हवा संग-संग बहता फिरता घूमें ये कितने मिलते मोड़ उसको ,न जानें कितने रिश्तें-नाते पर घूमफिर कर ठहरे वो सिर्फ़ तुम पर ही आकर... #बावरा #बावरा_मन #lost