सुनो न तुम पर.. लाल रंग की बड़ी बिंदी बहुत फबती है कनिष्ठका से सिंदूर लेकर बस वही लगाया करो, ये लाल रंग की लाली अच्छी नहीं लगती, विदेशियों का रंग नजर आता है इसमें.. हां सुनो साथ में न वो बेल बूटे वाली साड़ी जो तुमने रेशमी धागों से बड़े प्रेम से बनाई थी, वो पहना करो ... पर पापा के जाने के बाद मां ने सब सहेज कर रख दिया बंद बक्से में, और यह गया सूना माथा. #लालबिंदी #सूनामाथा #मांपापा #योरकोटदीदी #तूलिका