शीर्षक बसंत ऋतु आगमन शीत ऋतु का अंत भयो अब ऋतु बसंत की आई है पुष्प पत्तियां भवरें तितलियां भी संदेशा लाई हैं। माघ मास की पंच तिथि से योग अनूप ये बनता है पीत रंग में नई उमंग में वातावरण भी सजता है। धूप मृदुल हो जाती है और नमी हवा में आती है रूप अनोखा लेकर अपना प्रकृति भी इठलाती है। कृषक खुशी में रमते हैं फसलों को घर ले आते हैं जीव जंतु भी मस्ती में अपनी ही मगन हो जाते है। अब रात पुनः होंगी छोटी दिन फिर से बड़े हो जाएंगे फूल खिलेंगे बागों में नव पात तरु पर आएंगे। ज्ञान आरोग्यता की अभिलाषा में हम शीश झुकाते हैं भगवती की पूजा कर हम उत्सव बसंत का मनाते हैं।। ~अनुराग तिवारी रायपुर छत्तीसगढ़ ©Anurag Stunning #Flower #बसंत_पंचमी #Basant_Panchmi #hindi_poetry #हिंदी #Hindi #AnuragTiwari #anurag_stunning