बेबशी में उठे हाथों को कमजोर न समझना, दहकते शोलों पर हुई बारिश की ये नजरें गवाह हैं, हर वो सज़्दे बारगाहे इलाही में काबिले कुबूल हैं,,, जिस सज़्दे की दुआ इंसानियत की खैर-ख्वाह हैं । #Pray For Australia #pray for Australia