पहुंच जाऊंगा ही अब जो कदम उठा चुका हूं तुझे पाने के लिए.. गर्दिश में है सही ..पर तैयार है सितारे मुझमें नूर लाने के लिए.. इक आजमाइश जो दिल की कमरे में बंद कर रखा था सालों से..यूहीं ज़िंदा हुई है बेसब्र सी होकर.. मुझमें कहीं ना कहीं मिल जाने के लिए.. जश्न ए रेख़्ता 2019.. here I come