लब्जों से बंया नहीं होता दर्द उसका, इसलिए दर्द शायर कागज पर लिख रहा है। फ़ना हो चुका है मोहब्बत मे उसकी, मगर महबूब को प्यार शायर का बेगैरत दिख रहा है। कभी मशहूर था नाम जमानें मै उसका, आज नाम भी देखो कौड़ी के भाव बिक रहा है। ये कैसी खुद़ाई है खुदा कि, और कैसा मंजर है, कल तक एक जहां था उसके लिए, आज वही जहां उसको क्यों दोज़ख़ दिख रहा है। जो कभी मिटाता नहीं था नाम शायर का अपनी हथेली से, अब क्यों नाम शायर का उसके दिल से मिट रहा है। दर्द शायर का...(दर्द-ए-शायर) #dardeshayar#emotionally#nojotosnojotoworld#shayar#lovequotes#wordwithoutlove#loveislife#quotesforlove#lovequotes...✍✍