शायरा नहीं हूं, रदीफ़ की खबर रखूं, न कवयित्री, न ही सुरीली मैना, लिख दूं जो भी मैं मन से, कुबूल कर ज़रा हौसलाअफ़ज़ाई कर देना। #rztask197 #rzलेखकसमूह #restzone #YourQuoteAndMine Collaborating with G.r. Batra