चले फिर एक नई राह, राह ले तो ले , फिर खो जाने का डर भी समेट ले, मन में गूंज रही बेचैनी को मना ले, राह ले तो ले, किस ओर दिशा का साया करे, ढल रहे सूरज को अनदेखा ना करे, राह ले तो ले, अपनी किसी खुशी को फिर याद कर मुस्कुरा ले, हो उलझन कोई दिल में तो सुलझाने की वजह जान ले, राह ले तो ले, हो कहीं कोई कमी तो बात कर रास्ता निकाल ले, खुशियों के सागर से एक बूंद उलास की जिंदगी में साझा करे, राह ले तो ले, ओश जो थमी बैठी है पत्तो पर, पेड़ों में रुकी बारिश की बूंदों का मज़ा ले, राह ले तो ले, किसी जल रहे चिराग़ से सीख ले, त्याग कर अंधेरे में रोशनी उम्मीद की भर दे, # राह ले तो ले