मौत मुलाकात मेरी मौत से है इजाफत मेरी उम्र में हालत इफ्रीत के खौफ से है मसाफत -ए - उम्र में ये सनकी इरादे है मुक्तालिफ ये मुत्तसिल -ए -दर भी न मुस्तकील अब मुश्किल न है ये मुस्तकिम ये शैतान खुदमे जो जाग रहा चिराग नहीं वो बस आग रहा अब इंतकाल का है इंतजार जरा भी ना अब इज्तीरार छुरी जो चले थे पीठ में बे -अदब दुनियां से हजार बार देख गौर से - केसे बह रहे आंखों से लहू है खून मेरे कतल के बेजुबान मैं किस से कहूं ये सुकून इस मक़तल के अब किस्मत में जहमत है तभी मौत खुदा की रहमत है -सत्यजीत बेहेरा #loneliness #हिंदी #sadquotes #हिंदी_उर्दू #shayari #deathquotes