उड़ान आसमान से नहीं अपने पंखों से भर्ती हूं ऐ बाधाएं तो जीवन की पोटली है इनसे में डरती नहीं हूं अगर ना हो बाधाएं तो ऊंचाइयों का स्वाद कैसा इसलिए ठोकर और बाधाएं दोनों जरूरी है मंजू तोमर # बाधाएं भी, जरूरी है