अभी पूरी तरहा राख नहीं हुई तेरी यादे दिल से रोज धुआ उठता है रोज सुबह बुजती है रोज शाम जलती है ये चिंगारी रात रात तक सुलगती रहती है तेरी यादे #तेरी यादे