मुझे मेरी कश्ती से जो गिरा रहे सोचो खुद को क्या इनाम देंगे हम और अगर तुम सोचते तुमको कोई इल्ज़ाम देंगे हम तो गलत हो तुमको अपना ही नाम देंगे हम और खुद को जिंदा ही मार देंगे हम फ़िर मुझको भी नोचेगा कोई हर रात और अपनी चीख को अपने अल्फाज मे छुपा लेंगे हम और जब वो उठ के जाएगा मेरे मौत के बाद थोड़े से आँसू बहा के खुद को सम्भाल लेंगे हम इस तरह से रोज हर रोज मारेंगे हम खुद को और एक रोज़ खुद को ही आग लगा देंगे हम....... #dard her raat ka