मुझे है इस अहद का वास्ता मैं बनूँ उस ज़ैद सा शाइस्ता ऐसी ईबादत करूँ... कि अपना ज़मीर भी उसके आगे झुक जाए ऐसी लियाक़त लाऊँ... कि अपना क़ल्ब भी उस बाक़ी से जुड जाए या ख़ुदा... रुह अपनी हो ऐसी मुकद्दस की तरह ना तो किसी की ऐब ना बनूँ मजलुम की ज़रिया। #Ibaadat शाइस्ता: obedient ज़ैद: master, to increase लियाक़त: capable, ability बाक़ी: eternal