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* वात्सल्य * अपनी सम्पूर्णता का आभाष तब हुआ था ,ज

* वात्सल्य *

अपनी सम्पूर्णता का आभाष तब हुआ था ,जब कोख में मेरी उसके प्राण पड़े थे ,
जब  गोद   मे    होगा    मेरी   वो लम्हा कैसा होगा ,छूने के उसे अरमान बड़े थे,
नन्हे नन्हे पाँव से जब वो अठखेलियाँ करता था ,अद्भुत ममता का भान हुआ था,
जब पहली बार मेरे  हाथों को छुआ उसने,तब मुझे मातृत्व का ज्ञान हुआ था ,
नन्हे नन्हे      कदमो        से     जब     वो ,आँगन    में दौड़ा  करता था ,
अपने   अतुलनीय    प्रेम     के     निशाँ ,  वो मेरे  हृदय पर छोड़ा करता था,
ख़ुशी   से     मैं फूली   नही   समाई थी ,जब उसने माँ कहकर पुकारा था,
छोटे से घर मे लाखों खुशियाँ दौड़ गई थी ,वो पल मुझे सौ जन्मों से प्यारा था,
उसकी       एक     मीठी     सी  किलकारी   पर     मैं     वारी वारी जाती थी ,
एक   डिठौना    माथे    पर      उसके ,    तब मैं   काजल    का लगाती थी ,
ईश्वर       को     कोटि     कोटि आभार ,उसकी हर शरारत पर करती थी,
एक      ज़रा    सी     ठोकर    लगने   पर ,   उसकी नज़र उतारा करती थी ,
है ईश्वर   को अभिवंदन      , जो      मुझे    मातृत्व सुख  से सराबोर किया,
ममता    का      मुझको    सम्मान   दिया ,  ख़ुशियों से भाव विभोर किया ।।

-पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #मातृत्व 
#वात्सल्य_रस  वंदना .... प्रज्ञा Utkrisht Kalakaari Deep Manish।।।।।  Saloni Khanna भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Aditya kumar prasad शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Anshu writer  Kirti Pandey kumar samir Sana naaz. Payal Das Mili Saha  Sethi Ji पथिक.. बादल सिंह 'कलमगार' Mahi Ravikant  Dushe   Gyanendra Pandey Ambika Mallik Praveen Jain "पल्लव" Banarasi.. -hardik Mahajan  ANIL KUMAR,) Neel मनोज मानव Raj Guru Dil E Nadan  Ashutosh Mishra Sunita Pathania डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) Bhardwaj Only Budana Dikesh Kanani (Vvipdikesh)  Richa Mishra Lalit Saxena Urvashi Kapoor Radhe Krishna Sita Prasad