तेरी दुआओं को आज भी संजोए रखा है । तूझे खुद से ज्यादा इस दिल में बसाए रखा है।। जी रहे है तूझ बिन एक बेरूह जिस्म की तरह क्योंकि आज भी अपने आप को तेरी रूह का हिस्सा बनाए रखा है।। # मेरी रूह