#सुमनतेरेलिए स्नेह मिलन स्नेह बंधन, राखी के सूत सा पावन, महका रहा है मन आंगन, स्नेह काशीतल सा चंदन, खिला मन खिला सुमन, रस से भरी मीठी सुगंध, आनंद के ढेर सारे क्षण, बिखर गए है अंतर्मन।।