समझ न पाए हम ताऊम्र। न रास्तों की खबर न मंजिल का पता न उनकी गलती न मेरी खता। किनारे पे आके डूबे वो बच के आये थे जो बीच भँवर। सुप्रभात। ज़िन्दगी जीने का हुनर, आ जाए तो क्या कहना! #जीनेकाहुनर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi