अब खुदा या खुदाई की बात न करो, तुम इश्क और जुदाई की बात न करो। कोई भी किसी का नही होता है यहाँ, तुम वफा और बेवफाई की बात न करो। अब मेरे इश्क से तुम परहेज ही रखना, तुम दुआ और दवाई की बात न करो। मुकम्मल इश्क तो तुम्हें गवारा नहीं था, अब तुम मेरी तन्हाई की बात न करो। खत्म हो चुका जो रिश्ता दरमियाँ था, बिछड़ने में जग हँसाई की बात न करो।। इश्क से परहेज #इश्क #परहेज #दवा #दुआ #वफा #बेवफा #खुदा #खुदाई #हिंदी_शायरी #शायरी