भक्ति में आपकी... एक सुकून है राधे कृष्णा। आपकी उपस्थिति की... मुझे होती है मृगतृष्णा। चाहती हूँ कि आगे बढ़कर... छू लूँ आपके चरण। पर हो जाते हैं क्षण में ही... ओझल आपके दर्शन। रह जाती है मेरी तमन्ना... यूँ ही आधी-अधूरी। हे प्रभु! कभी दर्शन देकर.. कर दो इसे तुम पूरी। A challenge ✔️ Open for All ✔️ Brought to you by Proverbs World 🎆 Hello wonderful poet, poetess. ▫️Express your fresh our thoughts! ▫️Fill this bg with your charming words.💜