है बुलंद हौसलें, हमें डरना नहीं । देश के खातिर, घर से निकलना नहीं । चाहे बात हो जारूरी, पर हमें चौराहों पे रुकना नही । हो संक्रामित अगर तुम, किसी और को करना नही । धर्म को छिपा के , देश को गर्व करा दो । अपने देश को जीता लो , अपनों को बचा लो । #divisrivastava