चलो आज अपना हुनर आज़माते हैं, इश्क़ की दीवार पे तुम नफरत की स्याही चलाओ हम प्यार बरसाते हैं तुम उसे भी आजमाओ.. भर जाये दिल अगर नफरत से तो लौट आना प्यार की राहों में हम सब शिकवे गीले भूल कर पनाह देंगें तुम्हें अपनी बाहों में... Dhawal Soni miss pahadan