लॉक डाउन का दौर फिर आ रहा है, मास्क का फैशन दोहराया जा रहा है। 😷 महामारी पड़ रही सब पर भारी, हर कोई अब शमशान जा रहा है।। 💀 ए खुदा बंद कर ऐसी सितम ढ़ाना, क्योंकि एक तरफ से सब वीरान होता जा रहा है।। लेखक- मनोज सोनी (स्वर्णकार) poetry poetry