ये टूटी चटाई ये मिट्टी के बर्तन हेक़ारत से नादाँ क्या देखता है गरीबी मुहम्मद के घर मे पली है मेरे घर का सामान क्या देखता कैफ मेव अलिगरीअन 8868868695 Muhammad