जहां की खुशियां मुझे मिले यह मेरी ख़्वाईस नहीं ख़्वाईस इतनी है देश सदा आजाद रहे उसका नाम विश्व में अमर रहे कल मैं न रहूं पर मेरी खुशबूओं से हिंदुस्थान महकता रहे ✍ कमल भंसाली महक