अब तू भी कांधे पर उठेगी और मै भी कांधे पर उठूँगा... कुछ लोग तेरे चारो और होंगे तो कुछ लोग मेरे भी चारो और होंगे.... तेरे भी अपने रोयेंगे और मेरे भी अपने रोयेंगे.... तू भी दूसरे घर जाएगी मै भी अपना घर छोड़ जाऊंगा... बस अंत का अंतर डोली और जनाजे में रह जायेगा.... प्यार का अंत