नशीली वादियों की बाहों में सो जाया जाए चलो कहीं दूर इन पहाड़ों में खो जाया जाए ना कोई डर ना कोई गम न कोई आरजू हो कुछ इस कदर इन नजारों का हो जाया जाए आशीष त्रिपाठी ©Ashish Tripathi #hills