स्वरचित-भजन मनाबा भोले बाबा का,आवा है सावन। मिलजुल करा सब,जीवन का पावन।।2 होत प्रसन्न हां औघड़दानी। करत न अबेर हां शम्भू भवानी2 चला सब चला,मिलके सब काशी मनावा भोले बाबा का ..... विद्या के दान दैके,अभय के वरदान द। करी सेवा जन जन के,अइसन तू काम द।।2 अब अपने चरणन के,दास बनावा मनाबा भोले बाबा का,आवया है सावन मिलजुल करा तू,जीवन का पावन।। सावन के पावन अवसर पर छोटा सा प्रयास