#OpenPoetry *गज़ल* तू मेरा है नहीं फिर भी तुझे खोने से डरती हूँ मेरी जान इस कदर मैं तुझसे प्यार करती हूँ वो होंगे और जो मिलने पर तुझको देखते होंगे मैं बस करके बंद आँखे तेरा दिदार करती हूँ मुझे प्यार करने को तेरी ही जरुरत ही नहीं पड़ती मैं खुदको रब्त निभाने के इतने काबिल समझती हूँ जो थी यादें बाकी रह गयी तस्वीरो में ही अश्क छिपाने को मुखोटा लगा के चलती हूँ तू होगा हासिल नहीं मुझको ये जानती लेक़िन मैं पागल हूँ चाँद को छूने की ख्वाईश रखती हूँ #ghazal #openpoetry #writingcompetition #nojoto #nojitohindi